क्या आप भारत की पहली महिला आईएएस अधिकारी के बारे में जानते हैं जिन्होंने 27 साल की उम्र में सफलता पाई थी? 

भारत की पहली महिला आईएएस अधिकारी

संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा में हर साल लाखों स्टूडेंट्स भाग लेते हैं लेकिन उनमें से कुछ ही लोग सफल हो पाते हैं।                         .

वर्तमान में भारतीय सिविल सेवा में अनेकों महिला प्रतिनिधित्व कर रही है लेकिन क्या आपको पता है कि भारत की पहली महिला आईएएस अधिकारी कौन है।                           .

देश की पहली महिला आईएएस अधिकारी अन्ना राजम मल्होत्रा थी जिनका जन्म 17 जुलाई 1924 को केरल के एर्नाकुलम जिले में हुआ था।                            .

अन्ना राजम मल्होत्रा ने अपनी स्कूली शिक्षा केरल के कोच्चि कोड से संपन्न की थी तथा उसके बाद बहन चेन्नई चली गई। 

उसने मद्रास यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन पूरी की और कॉलेज की पढ़ाई करने के बाद सिविल सर्विस एग्जाम की तैयारी शुरू की।

जब वह भारतीय सिविल सेवा में शामिल हुई तो उसकी उम्र 27 साल थी। उन्होंने एक इंटरव्यू में बताया कि उन्हें विदेश सेवा चुनने का अवसर दिया गया था। 

उन्होंने मद्रास कैडर चुना जिन्हें बाद में पदम भूषण अवार्ड से भी सम्मानित किया गया था।                     .

अन्ना राजन मल्होत्रा ने आइए सर्विस के दौरान 2 प्रधानमंत्री और 7 मुख्यमंत्रियों के साथ काम किया।                                                             .

रिटायरमेंट के बाद उन्होंने होटल लीला वेंचर लिमिटेड में डायरेक्टर के पद पर काम किया।                                .

अन्ना राजम मल्होत्रा को साल 1989 में भारत सरकार ने पदम भूषण से नवाजा था।                                    .